*"हम अंग्रेज़ों के ज़माने के जेलर हैं, हमारे जासूस इस जेल के कोने कोने में फैले हुए हैं,"* यह डायलॉग और पंक्तियां भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे ज़्यादा चलने वाली फ़िल्म *शोले* का है और इसमें कोई शक नहीं कि यह डायलॉग भारतीय सिनेमा के इतिहास में, भारत में, और दुनियाभर में सबसे ज़्यादा बोला जाने वाला और प्रचलित डायलॉग है इस डायलॉग को सुनते ही लोगों के होंठों पर मुस्कान तैर जाती है और
ख़्यालों में *मक्खी कट मूछों, माथे पर बिखरे बाल, हाथों में डंडा मारते हुए अंग्रेज़ी पुलिस यूनिफार्म पहने हिटलर की तरह दिखने वाला एक ऐसा किरदार एक ऐसा व्यक्तित्व आ जाता है
जो अपने इस किरदार, डायलॉग और अभिनय की वजह से सारी दुनिया में मशहूर था* और इस क़िरदार को निभाने वाले अभिनेता का नाम था *गोवर्धन असरानी* जिन्हें हम फिल्मों में असरानी के नाम से जानते हैं। असरानी का जन्म 1 जनवरी 1941 को राजस्थान के जयपुर में हुआ था, राजस्थान महाविद्यालय में उनकी शिक्षा हुई, साथ ही उन्होंने भारतीय फ़िल्म एन्ड टेलिविज़न संस्थान पुणे, से अभिनय का प्रशिक्षण लिया, उनकी जीवनसाथी का नाम मंजू असरानी है। असरानी ने सिनेमा जगत के इतिहास में हास्य को इतना बड़ा मक़ाम दिया कि शायद ही कोई दे पाये, उनका चेहरा पर्दे पर आते ही लोगों के मुँह पर मुस्कुराहट आ जाती थी, और जब वो फ़िल्म में हास्य अभिनय करते तो कभी कभी फ़िल्म में हीरो हेरोइन से भी ज़्यादा अच्छा काम करते थे बहुत सारी फिल्में तो उनके डायलॉग और अच्छे हास्य अभिनय की वजह से ही चलती थीं बहुत सी फिल्में उनके नाम से ही चलती थीं लोग उनका नाम पढ़कर सिनेमा हॉल में जाते थे कि इस पिक्चर में असरानी हैं तो अच्छी हंसी की होगी, कई फ़िल्मी सितारों के साथ उनकी जोड़ी बहुत मशहूर हुई जिनमें से सबसे बड़ा नाम चरित्र एवं हास्य अभिनेता *कादर खान* का था, कादर खान के साथ उनकी जोड़ी कई फिल्मों में सुपरहिट रही जिनमें *स्वर्ग से सुंदर, तकदीर वाला, मुल्ज़िम, बड़ी बहन, हीरो हिंदुस्तानी, जैसी करनी वैसी भरनी,* आदि शामिल हैं जिनसे उन्होंने दर्शकों को खूब हंसाया। इसके अलावा असरानी ने हास्य के सुपरस्टार *गोविंदा* के साथ भी कई फिल्मों में जोड़ी बनाकर फिल्मों को हिट कराया, जिनमें *दूल्हे राजा, जिस देश मे गंगा रहता है, भागम भाग,* आदि शामिल हैं। इसके अलावा असरानी ने बॉलीवुड के कई सुपर स्टारों *अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, राजेश खन्ना, अनुपम खेर, सुनील शेट्टी,* के साथ *300* से ज़्यादा फिल्मों में हास्य अभिनय करके भारतीय सिनेमा में एक नया इतिहास रचा जिसे शायद ही कोई तोड़ पाये, साथ ही उन्होंने अपने अभिनय से सिनेमा जगत का *फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता पुरस्कार* भी जीता।
आज सबको हंसाने वाले *गोवर्धन असरानी* जी हमारे बीच नहीं हैं ख़ास दीवाली के दिन वो 84 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गये, दीवाली के दिन उनका दुनिया छोड़ना इस बात प्रत्यक्ष प्रमाण है कि जीते जी तो उन्होंने दुनिया को हंसाया ही लेकिन जाते जाते भी उम्मीदों और ख़ुशियों की रौशनी वो दुनिया को दे गये, ईश्वर हम सबको हंसाने वाले असरानी साहब को अपने चरणों में स्थान दें, और उनके परिवार को धैर्य और इस दुःख को सहन करने की शक्ति दें।।
*अलविदा ! अंग्रेज़ों के ज़माने के जेलर...हाहा*
*लेखक - राशिद मुरादाबादी*