बदायूं उत्तर प्रदेश
आज उचित दर विक्रेताओं के लाभांश में वृद्धि करते हुए सभी कोटे की दुकानों को सीएससी के रूप में विकसित किए जाने के कार्यक्रम की शुरुआत उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी द्वारा की गई.
आज का कार्यक्रम प्रदेश के 80 हजार कोटे के दुकानदारों के जीवन मे व्यापक परिवर्तन लाने का अभियान है. बहुत बार कोटेदारों को लोग हेय दृष्टि से देखते थे इसको लेकर प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में एक अभियान प्रारंभ हुआ.
यूपी में 80 हजार राशन कोटेदारों ने प्रदेश के अंदर अच्छी व्यवस्था देने का कार्य किया जिसकी सराहना हुई है.
आय जाति प्रमाणपत्र, बैंकिंग सुविधा, बिजली बिल जैसी सेवाएं आपके माध्यम से जनता को मिलेगी. इससे आपकी इनकम भी बढ़ेगी. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोटेदारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यूपी का राशन कार्ड देश के दूसरे प्रदेशों में भी काम करता है और लोग इससे खाद्यान ले रहे हैं.
किसी गरीब निराश्रित की मदद करना आपको पुण्य का भागी बना देता है. आप शासन की सुविधा को लोगों तक पहुचाने का माध्यम बने हैं.
इस सदी की सबसे बड़ी महामारी के दौरान भी सबको राशन की सुविधा उपलब्ध कराई गयी. राज्य सरकार ने पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारकों को अपने स्तर पर दिसम्बर से 1 किलो दाल, 1 किलो रिफाइंड और नमक उपलब्ध कराया.
उचित दर विक्रेताओं के लाभ और समृद्धि हेतु इस योजना को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लाया गया है,
सीएससी की सुविधा से सिर्फ 80 हजार कोटेदार ही नही बल्कि यूपी के 25 करोड़ लोग भी जुड़ेंगे. कोटे की दुकान को व्यवस्थित तरीके से बनाने का काम भी सरकार करने जा रही है.
इस कार्यक्रम में आए गोरखपुर के कोटेदारों का कहना है कि कांग्रेस की सरकार के बाद पहली बार योगी आदित्यनाथ की सरकार ने लाभांश को 70 रुपये से बढ़ाकर 90 रुपया किया है.
इसके पहले किसी सरकार ने इनके बारे में सोचा नहीं था. हालांकि इनका मानना है कि जिस तरह से इनके कोटे की दुकानों पर खर्चे और परिश्रम है उसके हिसाब से इनको कम से कम लाभांश के रूप में 150 रुपये मिलने चाहिए.
आज तहसील परिसर दातागंज में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के संबोधन को सुना और कार्यक्रम में क्षेत्र के एकत्रित हुए उचित दर विक्रेताओं को इस योजना की विस्तृत जानकारी से अवगत कराया,