सम्भल बहजोई
जैनाचार्य विद्यासागर जी को दी गयी विनयांजलि
बहजोई: श्री दिगम्बर जैन सभा, जैन मिलन एवं बाबू मूकुट बिहारी लाल जैन सेवा न्यास के तत्वावधान में जैन परंपरा के संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के सल्लेखना पूर्वक समाधि मरण के उपरांत रविवार की रात्रि विनयांजलि सभा का आयोजन किया गया।
नगर के गोलागंज स्थित श्री दिगम्बर जैन औषद्यालय में जैनाचार्य विद्यासागर महाराज को समर्पित विनयांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा का शुभारंभ भगवान महावीर के चित्र पर आरएसएस के जिला संघचालक अनिल शास्त्री, जिला प्रचारक क्रांति कुमार,
जैन सभा के संरक्षक राजेन्द्र जैन,अध्यक्ष सुनील कुमार जैन ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर विभिन्न वक्ताओं ने आचार्य जी के जीवन को त्याग, तपस्या एवं समर्पण का शिखर बताया कहा कि आचार्य जी का जीवन एक आदर्श जीवन रहा उनके विचारों एवं सिद्धांतों को हमेशा स्मरण किया जाता रहेगा,
जैन परंपरा के ऐसे संत रहे जिन्होंने अपने जीवन काल में सर्वाधिक संतो को दीक्षा दी, आचार्य जी के शिष्य देश और दुनिया के कोने कोने में गुरुदेव के जनकल्याणकारी संदेशों का प्रतिपादन कर रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि आचार्य जी का जीवन कठिन तपस्या का उदाहरण है
उन्होंने अपने जीवन में आजीवन चीनी, नमक, हरी सब्जियों, फल, अंग्रेजी दवाओं,दही ड्राई फ्रूट्स,तेल आदि का त्याग किया हुआ था। आचार्य जी सभी मत व पंथों में सर्वमान्य एवं पूजनीय हैं,
उन्होंने समस्त भारतीयों से भारत को इंडिया न कहकर भारत बोलने और भारत की संस्कृति को सहेज कर रखने की हमेशा अपने प्रवचनों में अपील की थी। इस अवसर पर विपुल जैन, चंद्रप्रकाश जैन, अनिल शास्त्री, पहुप जैन, डॉ. सुनीता, सतीश चंद्र शर्मा, लव कुमार आर्य,
सोमप्रकाश वार्ष्णेय, राहुल एडवोकेट, राहुल शंकर, मनोज शर्मा, मुकेश भगतजी,ललित मोहन, संजय जैन, मीतेश जैन, कुलदीप जैन, मनोज कारसेवक, मनोज जैन सर्राफ,अरविंद एडवोकेट, प्रशांत शर्मा,राहुल जैन,