कानूनी दांव-पेंच के मध्यनजर तीन नए कानून लागू
नए कानूनों के 𝟎𝟑 आधार - न्याय, निष्पक्षता और समान व्यवहार
एसएसपी एटा द्वारा थाना कोतवाली देहात पर नये आपराधिक कानून के महत्त्वपूर्ण प्रावधानों, अधिकार एवं कर्तव्यों के बारे में आम नागरिकों एवं सम्भ्रांत व्यक्तियों को दी गई जानकारी
भारत में आज से लागू हो रहे 03 नए कानून - भारतीय न्याय संहिता (𝐁.𝐍.𝐒.), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (𝐁.𝐍.𝐒.𝐒.) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (𝐁.𝐒.𝐀.) के मद्देनजर आज दिनांक 01.07.2024 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एटा श्री राजेश कुमार सिंह द्वारा क्षेत्राधिकारी नगर श्री विक्रांत द्विवेदी के साथ थाना कोतवाली देहात पर बैठक
आयोजित कर इसके महत्त्वपूर्ण प्रावधानों, अधिकार एवं कर्तव्यों के बारे में आम नागरिकों एवं सम्भ्रांत व्यक्तियों को जानकारी दी गई।
अब आईपीसी की धाराओं की जगह, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) होगी लागू
@302 (हत्या) की जगह होगी_103, @307 (हत्या का प्रयास)_109, @323 (मारपीट) 115
@354(छेड़छाड़) की जगह_74, @354ए (शारीरिक संपर्क और आगे बढ़ना)_76, @354बी (शारीरिक संस्पर्श और अश्लीलता_75
@354सी (ताक-झांक करना)_77,@354डी (पीछा करना)_78, @363 (नाबालिग का अण्डरण करस)_139, @376 (रेप करना)_64, @392 (लूट करना)_309, @420 (धोखाधड़ी)_318
@506 (जान से मारने की धमकी देना_351
@304ए (उपेक्षा द्वारा मृत्यु कारित करना_106
@304बी (दहेज हत्या)_80, @306 (आत्महत्या के लिए उकसाना_108
@509(आत्महत्या का प्रयास करना_79
@286(विस्फोटक पदार्थ के बारे में उपेक्षापूर्ण आचरण)_287@294( गाली देना या गलत इशारे करना)_296
@509 लज्जा भंग करना)_79 @324 जानबूझकर चोट पहुंचाना)_118(1)
@325 (गम्भीर चोट पहुंचाना)_118(2),
@353 (लोकसेवक को डरा कर रोकना_121
@336 दूसरे के जीवन को खतरा पहुंचाना_125
@337 (मानव जीवन को खतरे वाली चोट पहुंचाना)_125(ए)
@338 (मानव जीवन को खतरे वाली चोट_125(बी)
@341 (किसी को जबरन रोकना_126
@284 विषैला पदार्थ के संबंध में अपेक्षा पूर्ण आचरण_286
@290 (अन्यथा अनुबंधित मामलों में लोक बाधा दंड)_292
@447 अपराधिक अतिवार_329(3)
@448 (गृह अतिचार के लिए दंड)_329(4)
@382 (चोरी के लिए मृत्यु क्षति_304
@493 दूसरा विवाह करना)_82
@495ए (पति या उसके रिश्तेदार द्वारा क्रूरता)_85
इसी क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक एटा श्री धनंजय सिंह कुशवाहा द्वारा थाना जलेसर पर आमजन के साथ बैठक आयोजित कर अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही कानून व्यवस्था में संशोधन होकर नये बने आपराधिक कानून के