बहिष्कार की घोषणा कर चुके लायर्स वेलफेयर एसोसिएशन व बार एसोसिएशन के वकीलों ने मंगलवार को दूसरे दिन भी न्यायालय की ओर रुख नहीं
रामपुर: पत्रावलियों पर निर्णय होने तक वह कोर्ट में न्यायिक काम नहीं करेंगे। अपने फैसले से वह उप जिलाधिकारी को सोमवार को ही लिखित रूप में अवगत करा चुके हैं।
सोमवार को बैठक करने के बाद बार एसोसिएशन व लायर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने सोमवार को एसडीएम न्यायालय का अनिश्चितकालीन बहिष्कार कर दिया था और लंबित पत्रावलियों के निर्णय होने तक वह कोर्ट में कोई काम करने को राजी नहीं थे।
सोमवार की सुबह दोनों एसोसिएशनों के पदाधिकारियों ने आपस में चर्चा के बाद एसडीएम हिमांशु उपाध्याय को सूचना दी थी। बार के पूर्व अध्यक्ष अमरीक सिंह चौहान एडवोकेट व लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश चंद्र गुप्ता एडवोकेट ने
कहा कि एसडीएम के न्यायालय में दाखिल-खारिज की अपील, बंटवारा, कृषि से अकृषि, खतौनी में त्रुटि आदि से संबंधित तमाम वाद लंबित हैं। इनमें से कुछ अविवादित वाद हैं, तो कुछ में दो-तीन बार बहस हो चुकी है।
उनका आरोप था कि इसके बावजूद महीनों से उन पत्रावलियों पर कोई निर्णय नहीं हो रहा है, जिस कारण वादकारी परेशान हैं। वह चाहते हैं निर्धारित समय-सीमा और नियमानुसार अदालत इन पत्रावलियों पर फैसला लें,
जोकि नहीं हो रहे हैं। इसी कारण विरोध स्वरूप वह मंगलवार को दूसरे दिन भी बहिष्कार पर हैं। इस मौके पर राकेश कुमार शर्मा, नवीन चंद्र गुप्ता, शिव कुमार गुप्ता, अरविंद गुप्ता, विमल सक्सेना, भगवंत सिंह, गिरीश चंद्र गुप्ता,
विक्रमजीत सिंह, गौहर अली, हाजी नब्बू अली अंसारी, राकेश शर्मा, अब्दुल मोबीन अंसारी, मुस्तफा हुसैन आदि शामिल रहे।