सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को पलीता लगा रहा है तहसील में कार्य करने वाला एक कर्मचारी
मजिस्ट्रेट लिखी गाड़ी से लोगों पर रौब जमाता घूम रहा युवक आखिर किसका संरक्षण है इसे प्राप्त ? जो बिना डर के लोगों पर रौब जमाता है उच्च अधिकारी कृपा करके इस मामले को संज्ञान में लें
यह भी बताया जाता है कि 2017 में इन महाशय की गाड़ी फैजगंज वेहटा थाने में पकड़ी गई थी जिसको सोर्स के बलबूते पर छुड़ा लिया गया था यह भी बताया जाता है कि बिना सुविधा शुल्क लिए कोई भी कार्य को नहीं करते हैं
ये साहब इस तरीके से इतिहास बनाएंगे वैसे तो ये यह तहसील बिसौली पर नाजिर के पद पर कार्यरत हैं लेकिन राजनीति में भी अच्छा जलवा है नौकरी कम राजनीति ज्यादा लेकिन जब हम एक संवैधानिक पद पर शासन के अनुरूप काम कर रहे हैं तब हमें इन सब बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए किसी के लिए अपशब्द कहना और बदतमीजी बोलना यह खुद की
मानसिकता को दर्शाता है ऐसा व्यक्ति शासन के अनुरूप ना तो कम कर सकता है और ना ही राजनीति क्योंकि कोई भी काम करने से पहले हमें अपना मन और कर्म से साफ रहना चाहिए अपने नौकरी की परवाह इसलिए नहीं है की यह उनकी खुद की मेहनत नहीं है यह इनके पिताजी जिनका सन 2014 में स्वर्गवास हो चुका है उनकी जगह पर कार्यरत हैं कैसे भला होगा ऐसे लोगों का।