भगवान बुद्ध की शिक्षा आज भी प्रासंगिक-डा.विवेक कुमार
उसहैत उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग के अधीन अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान लखनऊ द्वारा प्रदेश के 75 जनपदों में एक साथ संचालित की जा रही विशेष ग्रीष्मकालीन कार्यशाला श्रृंखला बुद्ध-पथ-प्रदीप के अंतर्गत बदायूँ
जनपद में आयोजित पाँच दिवसीय कार्यशाला का भव्य शुभारंभ आज लॉर्ड बुद्ध सोशल एकेडमी कटरा सआदतगंज में किया गया आत्मदर्शन से समाजदर्शन तक बुद्ध की दृष्टि में जीवन विषय पर विद्वानों द्वारा विचार व्यक्त किये गए जिसमें तथागत बुद्ध के जीवन-दर्शन को आत्मिक,
नैतिक और सामाजिक धरातल पर समझने और युवाओं को उनके विचारों से जोड़ने पर बल दिया गया कार्यशाला का आयोजन सम्राट अशोक सुभारती स्कूल ऑफ़ बुद्धिस्ट स्टडीज़ एवं स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ के संयुक्त तत्वावधान में तथा मेत्ता वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा संचालित लॉर्ड बुद्ध सोशल एकेडमी के सहयोग से बदायूँ के कटरासआदतगंज
में किया जा रहा है कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्व विद्यालय के सलाहकार डाक्टर हीरो हितो ने तथागत बुद्ध की शिक्षाओं की समसामयिक प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बुद्ध का चिंतन केवल आत्मकल्याण तक सीमित नहीं बल्कि सामाजिक समरसता, दायित्वबोध और नैतिक विकास का भी मार्गदर्शन करता है
कार्यशाला में विश्व विद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डा.विवेक कुमार ने ध्यान प्रशिक्षण विचार विमर्श पाठन-चर्चा एवं विशेष व्याख्यान पर विस्तार से प्रकाश डाला। जिनके माध्यम से प्रतिभागियों को बुद्ध की शिक्षाओं से गहराई से परिचित कराया गया।
कार्यक्रम में विभिन्न प्रख्यात विद्वानों ने भी अपने विचार व्यक्त किये कार्यक्रम के आयोजक प्रवेश कुमार एवं श्रीमती सपना सिंह ने बताया कि यह कार्यशाला 07 जून से 12 जून, 2025 तक प्रतिदिन प्रातः 10:00 बजे से अपराह्न 4:00 बजे तक आयोजित की जा रही है, जिसमें युवाओं, विद्यार्थियों और बौद्ध चिंतन में रुचि रखने वाले नागरिकों की उत्साहजनक भागीदारी देखी गई