रक्षा सूत्र से राष्ट्र रक्षा ही नहीं, प्रकृति संरक्षण का भी संकल्प :सम्भव जैन

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रक्षा सूत्र से राष्ट्र रक्षा ही नहीं, प्रकृति संरक्षण का भी संकल्प :सम्भव जैन

Monday, August 11, 2025 | August 11, 2025 Last Updated 2025-08-11T15:16:03Z
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रक्षा सूत्र से राष्ट्र रक्षा ही नहीं, प्रकृति संरक्षण का भी संकल्प :सम्भव जैन

बहजोई: ग्राम आनंदपुर में सोमवार 11 अगस्त को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा रक्षाबंधन उत्सव का भव्य आयोजन हुआ। ग्रामवासियों और स्वयंसेवकों की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ श्री देश भक्ति गीत और संगठन मंत्र से किया गया।
मुख्य वक्ता एवं सह जिला कार्यवाह सम्भव जैन ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कहा कि रक्षा सूत्र केवल भाई-बहन के रिश्ते तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र रक्षा, संस्कृति संरक्षण और प्रकृति रक्षा का भी संकल्प है। संघ की परंपरा में रक्षाबंधन का अर्थ है,अपने समाज, अपनी संस्कृति और अपनी मातृभूमि के साथ-साथ जल, वायु और वृक्षों की भी सुरक्षा के लिए जीवन समर्पित करने की प्रतिज्ञा लेना।

उन्होंने कहा कि रक्षा सूत्र हमें हर उस मूल्य की रक्षा का स्मरण कराता है जो हमारी पहचान है। आज जब बाहरी आक्रमण, सांस्कृतिक प्रदूषण और पर्यावरण संकट जैसी चुनौतियाँ सामने हैं, तब यह आवश्यक है कि हम अपने आचरण से समाज में सुरक्षा, संस्कार और प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता का वातावरण बनाएं।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी स्वयंसेवकों और ग्रामवासियों ने परम पवित्र भगवा ध्वज को रक्षा सूत्र बांधकर राष्ट्र रक्षा का संकल्प लिया। यह दृश्य अत्यंत भावपूर्ण रहा, जब नन्हे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने ध्वज के समक्ष वचन लिया कि वे समाज में एकता, सद्भाव और सेवा का भाव बनाए रखेंगे।

 तत्पश्चात सभी ने एक-दूसरे को राखी बांधकर परस्पर स्नेह, भाईचारे और सामाजिक समरसता का संदेश दिया। इस अवसर पर हरनाम सिंह, अरुण कुमार, गजेन्द्र राणा, हरिशंकर, चंद्रपाल, रामदयाल, राजू, नरेंद्र, लोकेश सहित अनेक गणमान्य नागरिक एवं स्वयंसेवक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अरुण कुमार ने किया और संघगीत के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
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