बहजोई रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था का साम्राज्य – DRUCC सदस्य ने खोली पोल
"वेटिंग रूम में बंदरों का कब्जा, टॉयलेट पर ताले – बहजोई स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा खतरे में"
"चार-चार स्टेशन मास्टर तैनात, फिर भी गंदगी का अंबार – डी आर यू सी सी सदस्य का निरीक्षण"
डी आर यू सी सी सदस्य डॉ. पवन कुमार जैन ने बहजोई रेलवे स्टेशन का किया निरीक्षण – लापरवाही और अव्यवस्थाओं का अंबार
बहजोई, —डी आर यू सी सी सदस्य डॉ. पवन कुमार जैन ने बहजोई रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया, जिसमें स्टेशन की हालत बेहद दयनीय पाई गई। निरीक्षण के दौरान जो तस्वीर सामने आई, वह रेलवे प्रशासन की लापरवाही की पोल खोलने के लिए काफी है।
वेटिंग रूम में बंदरों का साम्राज्य पाया गया, जो यात्रियों विशेषकर बच्चों की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। चार-चार स्टेशन मास्टर तैनात होने के बावजूद कोई जिम्मेदारी निभाता नहीं दिखा। स्टेशन परिसर और प्लेटफार्म पर गंदगी का अंबार था।सभी टॉयलेट बंद पड़े मिले,
बताया कि चार वर्ष से टॉयलेट में पानी की टंकी खराब हो गई तब से नई टंकी नहीं मिली। दिव्यांग टॉयलेट और महिला टॉयलेट पर भी ताले जड़े थे, महिला टॉयलेट के अंदर चारपाई रखी मिली जो गंभीर सोचनीय विषय है। सेनेटरी वेंडिंग मशीन खाली थी, एक भी सेनेटरी पैड उपलब्ध नहीं था।हाई लेवल प्लेटफार्म मात्र 180 मीटर का है,
जिसके कारण अधिकांश यात्रियों को नीचे से ट्रेन में चढ़ना पड़ता है। ट्रेनों की सूची या समय सारिणी कहीं प्रदर्शित नहीं थी। स्टेशन मास्टर कार्यालय पर ताला मिला। स्टेशन मास्टर आरती चौहान से बात करने का प्रयास किया गया,
लेकिन उन्होंने किसी भी प्रश्न का उत्तर नहीं दिया और व्यस्तता प्रदर्शित करती रहीं।डॉ. जैन ने कहा कि बहजोई रेलवे स्टेशन की यह स्थिति यात्रियों की सुविधाओं और सुरक्षा के साथ सीधा खिलवाड़ है। उन्होंने इस मामले में तत्काल कार्यवाही और सुधार की मांग की।