मामला रामपुर जिले की मिलक तहसील के मोहल्ला रोरा खुर्द का है जहाँ राशिद एक छोटे स्तर के कार ड्राइवर है इन्होंने शिबली की शादी मुरादाबाद जिले के दलपतपुर निवासी आकिल से की थी शादी में अपनी हैसियत के अनुसार सारा सामान दिया था कुछ समय ठीक ठाक निकल गया शादी के कुछ समय बाद पता चला कि आकिल तो एक शराबी आदमी है
उसे रोज शराब चाहिए आकिल अब लगभग रोज शिंबलि को मारता पीटता था इस तरह से कई साल बीत गये बताया गया कि जब पहली संतान हुई तो वह गर्भवती शिबली को अस्पताल के गेट पर पैसे लेकर आने का बहाना कहकर छोड़ गया और फिर लौट ही नहीं परेशान शिबली ने अपने घर वालो को फोन किया तब इसका अस्पताल में ऑपरेशन हो पाया
इसी तरह आगे आने वाली संतानों के जन्म के समयँ भी ऐस ही हुआ ऐसा लगता है कि आकिल ने शिबली का सिर्फ शरीर इस्तेमाल करने के लिये ही शादी की थी अब स्थिति ये है कि शिबली के पिता राशिद अपने अन्य बच्चों के साथ शिबली के बच्चों का भी भरण पोषण कर रहे हैं
अब शिबलि के पिता ने ये फैसला किया है कि वह अब शिबली को उसकी ससुराल नही भेजेंगे शिबली पिता पर बोझ ना बनकर अब पतंग बनाने का कार्य करके अपने पिता का हाथ बटाती है शिवली के पिता राशिद अब अपने दामाद आकिल के खिलाफ सख्त से शख्त कानूनी कार्यवाही करेंगे