मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा HPCL के बायोमास आधारित CBG संयंत्र का उद्घाटन और आठ नए CBG संयंत्रों का शिलान्यास किया।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा HPCL के बायोमास आधारित CBG संयंत्र का उद्घाटन और आठ नए CBG संयंत्रों का शिलान्यास किया।

Saturday, January 27, 2024 | January 27, 2024 Last Updated 2024-01-27T14:50:56Z
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बदायूं – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा HPCL के बायोमास आधारित CBG संयंत्र का उद्घाटन और आठ नए CBG संयंत्रों का शिलान्यास किया।


बदायूं जिले के सैंजनी में एक विशाल और भव्य समारोह में, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 27 जनवरी को श्री हरदीप सिंह पुरी, माननीय केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा आवासन और शहरी कार्य मंत्री श्री रामेश्वर तेली


 केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा श्रम और रोजगार राज्य मंत्री श्री धर्मेंद्र कश्यप सांसद आंवला, राजीव कुमार सिंह विधायक दातागंज, महेश चंद्र गुप्ता विधायक बदायूं सदर और एचपीसीएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक


और वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में बदायूं में हिंदुस्तान पैट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के उन्नत बायोमास आधारित कंप्रेस्ड बायोगैस संयंत्र का उद्घाटन किया गया।बदायूं स्थित सीबी संयंत्र की प्रोसेसिंग क्षमता 100 टन /दिन लिग्नोसेल्यूलोसिक बायोमास है,


जो लगभग 14 टीपीडी सीबीजी का उत्पादन करने के लिए डिजाइन की गई एक अभूतपूर्व पहल है। परियोजना में कच्चे माल की प्राप्ति एवं भंडारण, सीबीजी प्रोसेस अनुभाग, संबंधित उपयोगिताएं,


सीबीजी कैस्केड फिलिंग शेड और ठोस खाद भंडारण और बैंगिंग सुविधा शामिल है।परियोजना का लक्ष्य स्थानीय किसानों और किसान उत्पादक संगठनों से बायोमास खरीद कर किसानों की आय को बढ़ाना है,

 जिससे 100 से अधिक लोगों को आजीविका के अवसर मिलेंगे ।संयंत्र हजारों किसानों ,ट्रांसपोर्टरों और कृषि मजदूरों को प्रत्यक्ष रूप से आजीविका के अवसर और अप्रत्यक्ष रूप से लाभ प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त, किसानों को जैविक खाद की बिक्री का उद्देश्य मिट्टी की गुणवत्ता और फसल की पैदावार को बढ़ाना है,


जिससे संधारणीय कृषि में योगदान मिलता है।सीबीजी उत्पादन की तकनीकी का लाइसेंस मैसर्स प्राज इंडस्ट्रीज लिमिटेड ,पुणे से प्राप्त किया गया है।संयंत्र की डिजाइन प्रदूषण के प्रति संवेदनशील है जिसे जीरो लिक्विड डिसचार्ज कहा जाता है।इसका मतलब यह है


कि यह कोई तरल अपशिष्ट नहीं छोड़ता यह उर्वरक नियंत्रण आदेश द्वारा निर्धारित सख्त नियमों के अनुरूप है।सीबीजी, जो सीएनजी की तरह है, वाहनों के लिए एक स्वच्छ और नवीकरणीय ईंधन है।सीबी संयंत्र को 133 करोड रुपए की लागत से मंजूरी दी 
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