मै जली हुई राख नही, अमर दीप हूँ
जो मिट गया वतन पर मैं वो शहीद हूँ
कासगंज पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन्स में अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा कर्तव्य की बलि वेदी पर अपने प्राणों की आहूति देने वाले शहीद जवानों को दी गई श्रद्धांजलि एवं श्रृध्दासुमन किये अर्पित,
कृपया अवगत कराना है कि आज दिनांक 21-10-24 को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर,
जनसेवा का उच्च आदर्श हृदयंगम किए अनेकों पुलिस जन प्रतिवर्ष कर्तव्य पथ का अनुगमन करते हुए वीरगति को प्राप्त हुऐ हैं,
पुलिस जनों के कार्य की प्रकृति ही कुछ ऐसी है कि इसमें कदम-कदम पर जोखिम व जीवन भय सन्निहित है,
यही कारण है कि प्रतिवर्ष अपने कार्यों को अंजाम देने की प्रक्रिया में पुलिसकर्मी बड़ी संख्या में कर्तव्य की बलिवेदी पर अपनी प्राणो का उत्सर्ग दिये हैं,
इनकी कीर्ति व यशोगाथा समय के साथ क्षरित नहीं होती अपितु अविरल अनुप्रेरणा प्राप्त होती है,
पुलिस की भावी संततियों को उसी पथ पर द्विगुणित साहस में मनोयोग से आगे बढ़ने के लिए ऐसी एक गाथा आज से 65 वर्ष पुरानी है,
जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 10 जवानों ने 21 अक्टूबर 1959 को भारत की उत्तरी सीमा लद्दाख के हिमाच्छादित जन हीन क्षेत्र में,
चीनी सैनिकों के कपटपूर्ण किए गए हमले को निष्प्रभावी कर अपना सर्वोच्च बलिदान, प्राणों की आहुति देकर मातृ भूमि की रक्षा की थी,
इन वीर शहीद पुलिस जनों की याद में प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रुप में मनाया जाता है,
इसी क्रम में आज पुलिस लाइन्स कासगंज स्थित शहीद स्मारक पर पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक,क्षेत्राधिकारी सहावर/लाइन्स सुश्री शाहिदा नसरीन,क्षेत्राधिकारी पटियाली राजकुमार पाण्डेयं,
मुख्य अग्निशमन अधिकारी आर0के0 तिवारी,प्रतिसार निरीक्षक रविन्द्र सिंह मलिक व समस्त उपस्थित पुलिस अधि0/कर्मचारियों द्वारा शहीद पुलिसकर्मियों के सम्मान में पुष्प चक्र व श्रध्दासुमन अर्पित कर श्रध्दांजली अर्पित की गयी है,