बदायूं सहसवान : गरीब महिला ने लगाया यौन शोषण करने का आरोप, मायके में रहकर खेती व मेहनत मजदूरी कर अपनी बुजुर्ग कमजोर 72 वर्ष की बहरी मां के साथ रह रही है और उसकी मां को आंखों से बहुत कम दिखाई देता है, और लंबे समय से बीमारी से जूझ रही है,
गांव के ही रहने वाले बटाईदार ओमेंद्र यादव ने पीड़िता की माँ को समझाया, कि तुम्हारी सेवा तुम्हारी बेटी करती है, तुम मेरे साथ सहसवान चलो बेटी को अपनी जमीन का दान पत्र कर दो, वरना तुम्हारा मर जाने के बाद विवाद होगा, पीड़िता के घर पर आता जाता रहता था, बेटी की मां , बटाईदार होने के नाते व गांव के हिसाब से उस पर विश्वास करती थी, लेकिन ओमेंद्र यादव जाल साज छली कपटी व्यक्ति है,
पीड़िता के भरोसे का ओमेंद्र यादव ने फायदा उठाते हुए, पीड़िता से आधार कार्ड व उनके फोटो चुपचाप ले लिए, भूमि को हड़प करने के षड्यंत्र में, परशुराम एडवोकेट पुत्र दुर्गा प्रसाद निवासी सैफुल्लागंज, कस्वा सहसवान व राजकुमार पुत्र जागन सिंह,
निवासी जरीफ नगर दुर्गपुर थाना जरीफ नगर व संजय पुत्र मिठ्ठन लाल, निवासी मैडोली थाना जुनाबाई, जिला संभल व आराम सिंह पुत्र अतर सिंह, निवासी कमनपुर बेला थाना सहसवान जिला बदायूं ने एक राय होकर कूट रचित धोखाधड़ी करके विक्रय विलेख मेरे व माँ के रजिस्ट्री दफ्तर जाने से पूर्व जगदीश प्रलेखक से बैनामा लिखवा कर रख लिया था,
बेटी और उसकी मां को ओमेंद्र बोलेरो से सहसवान लाया और बिसौली स्टैंड पर कब्रिस्तान में पीपल के पेड़ के नीचे बोलोरो खड़ी कर दी परशुराम वकील दो बैनामों व एक दान पत्र के कागज लेकर बोलेरो पर आए और कहा कि, दान पत्र पर अंगूठा लगाओ मुझसे व मेरी मां से अंगूठा लगवाकर शीघ्र दफ्तर लाए और,
दफ्तर में अंगूठे लगवाए मेरे व मेरी माँ के रजिस्ट्री उपनिबंधक ने कोई बयान नहीं लिए, और फर्जी तरीके से बैनामा अपने नाम कर लिया, जब इसकी जानकारी बेटी व उसकी मां को हुई तो,बेटी ने वकील परशुराम के पास जाकर, बैनामा वापस करने की बात कही, तो वकील साहब ने कहा कि,
आप ओमेंद्र यादव के पास जाइए, वहीं बैनामा वापस कर सकते हैं, बैनामा वापस करने के नाम पर बेटी के साथ ओमेंद्र यादव व उसके साथी यौन शोषण करते रहे, लेकिन बैनामा वापस नहीं लिया,
बेटी व उसकी मां ने धोखाधड़ी से बैनामा कराने को लेकर ओमेंद्र व उसके साथियों के खिलाफ
जरीफ नगर थाना पुलिस को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई,