बिल्सी के गांव पिंडौल में सती का प्रसंग सुन भाव-विभोर हो उठे : श्रध्दालु

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बिल्सी के गांव पिंडौल में सती का प्रसंग सुन भाव-विभोर हो उठे : श्रध्दालु

Monday, December 2, 2024 | December 02, 2024 Last Updated 2024-12-02T13:12:59Z
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बिल्सी के गांव पिंडौल में सती का प्रसंग सुन भाव-विभोर हो उठे : श्रध्दालु

बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव पिंडौल में प्राथमिक स्कूल के निकट मैदान पर चल रही शिव महापुराण कथा में आचार्य संत श्री निराला महाराज ने कामदेव चरित्र, सती चरित्र का कथा प्रसंग सुनाया। उन्होंने कामदेव चरित्र पर उपस्थित श्रद्धालुओं को बताया

कि कामदेव प्रेम व कामेच्छा के देवता है। वह मनुष्य को अपने कामवेग से अपनी ओर खींचते है, लेकिन भगवान का सच्चा भक्त काम को भी अपने दृढ़ विश्वास और आस्था से पराजय कर सकता है।

शिव सती प्रसंग पर भाव विभोर कथा कहते हुए निराला महाराज ने कहा कि भगवान शिव की अनुमति लिए बिना उमा अपने पिता दक्ष के यहां आयोजित यज्ञ में पहुंच गई। यज्ञ में भगवान शिव को निमंत्रण नहीं दिए जाने से कुपित होकर सती ने यज्ञ कुंड में आहुति देकर शरीर त्याग दी।

इससे नाराज शिव के गणों ने राजा दक्ष का यज्ञ विध्वंस कर दिया। इसलिए जहां सम्मान नहीं मिले, वहां कदापि नहीं जाना चाहिए। किसी भी स्थान पर बिना निमंत्रण जाने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि जहां आप जा रहे हैं,

 वहां आपका, अपने इष्ट या अपने गुरु का अपमान न हो। यदि ऐसा होने की आशंका हो तो उस स्थान पर जाना नहीं चाहिए। चाहे वह स्थान अपने जन्मदाता पिता का ही घर क्यों न हो।

 इस मौके पर अंकित शर्मा, मुनेंद्र शर्मा, महेंद्र शर्मा, राजेश गुप्ता, रमेश चंद शर्मा, मंजू शर्मा, विकास शर्मा, जगमोहन शर्मा आदि मौजूद रहे।
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