स्टांप शुल्क चोरी के 400 मामलों का हुआ खुलासा
2 करोड रुपए से अधिक की हेरा फेरी पड़ी।।
नेशनल 24 लाइव न्यूज़ जनपद बरेली जिले में जमीनों की खरीद फ्रॉक के मामले में स्टांप शुल्क चोरी रुकने का नाम नहीं ले रही। पिछले दो वर्षों में लगभग 400 मामले जांच के दौरान पकड़ में आए हैं। जिनके वाद जिला अधिकारी, एडीएम, एआईजी स्टांप, के न्यायालय में लंबित हैं। जिसमें करीब 2 करोड रुपए की चोरी पकड़ी गई है।
मकान, प्लाट ,जमीन की खरीदारी में भू उपयोग बदलकर स्टांप शुल्क की चोरी करने के मामले बहुत ही ज्यादा पाए गए हैं। रजिस्ट्री कराते समय शुरुआती दौर में ही मामले पकड़ में नहीं आते हैं। लेकिन जांच के दौरान गड़़बढ़िया पकड़ में आ जाती हैं।
स्टांप एवं निबंधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार जांच के दौरान पिछले 3 वर्षों में जिला बरेली में स्टांप शुल्क चोरी के लगभग 400 से ज्यादा मामले पकड़े गए हैं। जिसमें लगभग 2 करोड रुपए की स्टांप चोरी पकड़ी गई। जिसमें जमीनों की खरीद फरोख्त में स्टांप शुल्क चोरी करने वालों की संख्या लगभग 80 बताई जा रही है
बाकी बचे हुए स्टांप चोरी मामले छोटे-छोटे भूमि खरीददारों के हैं। अधिकारियों ने जांच करने के बाद इन सभी पर मुकदमा दर्ज कराया है।
वर्तमान समय में जिलाधिकारी, एडीएम एआईजी स्टांप, की कोर्ट में स्टांप चोरी के मामले लंबित है जिसमें तीन-तीन साल पुराने मामले भी लंबित हैं ।संबंधित कोर्ट ने स्टांप शुल्क चोरी के मामलों में संबंधित व्यक्ति पर ब्याज लगाने के साथ-साथ अर्थ दंड भी लगाया है ।इसमें से करीब 164 लोगों ने डीआईजी स्टांप की कोर्ट में अपनी अपील दायर कर रखी है।
सभी बाद दायरे को उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से स्टांप शुल्क चोरी के मामले में अर्थदंड माफ की सिफारिश की गई है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन विभाग की ओर से समाधान योजना लागू की गई है इस योजना के तहत उक्त सभी लोगों को 31 मार्च 2025
तक ₹100 के स्टांप पर एक प्रार्थना पत्र संबंधित कोर्ट में देकर के बताना होगा कि स्टांप चोरी की मूल्य राशि को ब्याज के साथ में जमा कर देंगे इससे ट्रांसफर की चोरी के मामलों में लगाए गए अर्थ एवं माफ हो जाएगा। 31 मार्च तक समिति पत्र लिखकर कोर्ट में देने से बादकारों का पूरा जुर्माना माफ कर दिया जाएगा।
तेज सिंह यादव
एआईजी स्टांप