बहजोई महाविद्यालय, बहजोई की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई के तत्वावधान में चतुर्थ एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया

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बहजोई महाविद्यालय, बहजोई की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई के तत्वावधान में चतुर्थ एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया

Sunday, March 30, 2025 | March 30, 2025 Last Updated 2025-03-30T13:11:12Z
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बहजोई महाविद्यालय, बहजोई की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई के तत्वावधान में चतुर्थ एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया
बहजोई महाविद्यालय, बहजोई की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई के तत्वावधान में चतुर्थ एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजशास्त्र के सहायक आचार्य संजय कुमार ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, और लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत जनता होती है। "जनता की सरकार, जनता के लिए और जनता द्वारा" यही लोकतंत्र की आत्मा है। लेकिन इस आत्मा को जीवंत बनाए रखने का सबसे प्रभावी साधन मतदान है। यह न केवल हमारा अधिकार है, बल्कि एक महत्वपूर्ण कर्तव्य भी है। इसके साथ ही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनीतिशास्त्र के सहायक आचार्य नेमपाल सिंह यादव ने कहा कि आज भारत की आबादी में युवाओं का बड़ा योगदान है। यदि युवा वर्ग मतदान के प्रति जागरूक होगा, तो देश की राजनीति में सकारात्मक बदलाव आएंगे। इसलिए प्रत्येक युवा को अपने मताधिकार का सही उपयोग करना चाहिए। इसी के साथ कार्यक्रम अधिकारी डॉ गीता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि "एक वोट की कीमत को समझें और इसका सदुपयोग करें।" हमारा एक वोट देश का भविष्य बदल सकता है। यदि हम मतदान नहीं करेंगे, तो हमें सरकार की नीतियों की आलोचना करने का भी कोई हक नहीं होगा। इसलिए, लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए, सही सरकार चुनने के लिए और देश की प्रगति के लिए हर नागरिक को मतदान जरूर करना चाहिए। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ वीरेंद्र कुमार गुप्ता ने स्वयंसेवियों को संबोधित करते हुए कहा कि "मतदान केवल एक अधिकार नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी भी है।" लोकतंत्र की सफलता नागरिकों की भागीदारी पर निर्भर करती है, और मतदान इसका सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. गीता ने किया।
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