।।दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर के पास शराब की दुकान के विरोध में करणी सेनानी आज किया सामूहिक प्रदर्शन।।
जनपद बरेली :फतेहगंज पूर्वी
नगर पंचायत के निकट दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर के पास बनी शराब भट्टी को हटाने के लिए आज नगर की करणी सेना हिंदूवादी संगठनों ने शराब भट्टी के पास शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया।
आपको बताते चलें की लखनऊ के लिए नेशनल हाईवे पर नगर पंचायत के पास मात्र 20 मीटर की दूरी पर प्राचीन दक्षिण मुखी हनुमान जी का सिद्ध मंदिर है जो की सभी लोगों की आस्था का केंद्र है। क्षेत्र के लोगों के द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करने के बाद भी उक्त अंग्रेजी शराब की दुकान को हटाया नहीं जा सका है।
नगर के लोगों के द्वारा इस दुकान को हटाये जाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद ,गौ रक्षक संघ एवं करणी सेना के द्वारा पूर्व में जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन थाना प्रभारी फतेहगंज पूर्वी को भी सोंपा गया था। जिसकी रिपोर्ट स्थानीय थाना पुलिस के द्वारा अपने उच्च अधिकारियों को अवगत करा दी गई है।
मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत के उपरांत आबाकारी विभाग के द्वारा अंग्रेजी शराब की दुकान के पास कोई भी मंदिर नहीं दर्शाया गया है। मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत के बाद आबकारी विभाग के द्वारा झूठी रिपोर्ट लगाकर शिकायत का निस्तारण कर दिया गया जोकि बहुत ही निंदनीय है।
मंदिर के पास अंग्रेजी शराब की दुकान को लेकर क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त रोष व्याप्त है। शराब की दुकान के पास बैठकर लोगों का शराब पीना और मंदिर में आने वाली महिलाओं के साथ की टीका टिप्पणी करना बहुत ही अशोभनीय है।
अंग्रेजी शराब की दुकान को मंदिर के पास से हटाकर कहीं और शिफ्ट करने को लेकर आज शनिवार को हिंदूवादी संगठन एवं करणी सेना के द्वारा शांति विरोध प्रदर्शन एवं हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।
प्रदर्शन के दौरान करणी सेना के मंडल अध्यक्ष डॉक्टर यशपाल सिंह रामू, जिला अध्यक्ष सुधीर सिंह, करणी सेना के पदाधिकारी पवन राज मिश्रा,पंकज ठाकुर, दीपक सिंह, रोहित गुप्ता अतुल मिश्र ,विपिन गुप्ता,
सुभाष यादव संजीत मिश्रा व क्षेत्रीय जनता एवं हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। इस दौरान थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने उनकी समस्याओं को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने एवं समस्या का हल निकालने का आश्वासन भी दिया।
करणी सेना के द्वारा बताया गया कि अगर शराब की दुकान को कहीं और शिफ्ट नहीं किया गया तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।