रामलीला मंचन में दिखाई गई सीता हरण की लीला
अयोध्या से आए कलाकारों की एक भव्य प्रस्तुति
नेशनल 24 लाइव न्यूज़ जनपद बरेली
फतेहगंज पूर्वी/नगर में श्री आदर्श रामलीला कमेटी के द्वारा आयोजित 101 वें मेले में कल मंगलवार को भारत मिलाप के प्रसंग के बाद आज राम लक्ष्मण दोनों भाइयों के वन में विचरण के दौरान सूर्पनखा की नाक काटने का दृश्य दिखाते हुए कलाकारों के द्वारा भव्य प्रस्तुति दी गई।
राम लक्ष्मण और सीता के द्वारा वन में विचरण के दौरान राम के भाई लक्ष्मण के द्वारा सूर्पनखा की नाक काटने का भव्य दृश्य प्रस्तुत किया गया। इस दौरान पांडाल में हजारों की संख्या में उपस्थित भीड़ ने कलाकारों का तालियां बजाकर जोरदार स्वागत किया।
*लंका के राजा रावण के द्वारा माता सीता का किया गया हरण*
राम लक्ष्मण और माता सीता के द्वारा वन में विचरण करने के दौरान मारीच के द्वारा एक मृग का रूप धारण कर माता सीता के सामने आकर खड़ा होना और माता सीता के द्वारा का उस हिरण को पकड़ने के लिए भगवान राम से कहना । इतना सुनकर भगवान राम के द्वारा उसे राक्षस रूपी हिरण को पकड़ने के लिए दूर जंगल में चले जाना और उस मृग के बाण लगने पर उस राक्षस रूपी मृग के द्वारा हे लक्ष्मण हे लक्ष्मण कहकर पुकारना । इस आवाज को लक्ष्मण के द्वारा सुनकर माता सीता को एक लक्ष्मण रेखा में बिठाकर लक्ष्मण राम की आवाज को सुनकर दूर जंगल में चले जाते हैं।
इसी दौरान लंका के राजा दशासन रावण के द्वारा माता सीता की कुटिया में आकर भिक्षा मांगता है माता सीता रावण को उस लक्ष्मण रेखा के अंदर ही रहकर भिक्षा देती हैं। 10th रावण दीक्षा लेने से इनकार कर देता है और माता सीता से कहता है कुटिया से बाहर आकर भिक्षा दोगी तभी हम इसे ग्रहण करेंगे। जैसे ही माता सीता उस लक्ष्मण रेखा से बाहर आती हैं रावण के द्वारा उनका हरण कर लिया जाता है।
इस मंचन को अयोध्या से आए हुए रामलीला कलाकारों के द्वारा प्रस्तुत कर जनता को सम्मोहित कर दिया। जनता ने सभी कलाकारों का ताली वजाकर जोरदार स्वागत किया।
रामलीला मंचन के दौरान श्री आदर्श रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पवन राज मिश्रा एवं कोषाध्यक्ष रवि प्रकाश मिश्रा, प्रबंधक प्रदीप शर्मा, डॉक्टर यशपाल सिंह, उपाध्यक्ष हरीश गुप्ता, अजय गुप्ता एवं कमेटी के समस्त सदस्य उपस्थित रहे।
रामलीला अध्यक्ष पवन राज मिश्रा ने मेले में आए हुए सभी दर्शनार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि रामलीला देखने से भगवान श्री राम के आदर्श पर चलने की प्रेरणा हम सबको प्राप्त होती है।