तहसील फरीदपुर के ग्राम पचौमी में खुदाई करते वक्त निकाले पग चिन्ह।
खुदाई में पहले भी निकल चुकी है कई मूर्तियां
जनपद बरेली तहसील फरीदपुर के अंतर्गत ग्राम पचौनी स्थित पंचेश्वर नाथ शिव मंदिर के समीप खुदाई के दौरान दो घडे़ ब किसी मूर्ति के पग चिन्ह दिखाई दिए, घड़े को देखे जाने वी किसी मूर्ति के पद मिलने की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ मौके पर पहुंच गई
उक्त मामले की सूचना पाकर थाना फरीदपुर पुलिस एवं राजस्व विभाग को मिलते ही टीम मौके पर पहुंची जहां उन्होंने पघ चिन्ह को ग्राम प्रधान पति पंकज मिश्रा की सुपुर्दगी में दे दिया वही मामले की जानकारी पुरातत्व विभाग को हुई तो वह भी मौके पर पहुंचे।
पुरातत्व विभाग ने मिट्टी की खुदाई को तत्काल रुकवा दिया और मिट्टी के ऊपर दिख रहे घरों को मिट्टी से ढकवा दिया गया और एक एकड़ की पुरातत्व विभाग की टीम बरेली से आएगी और अपनी जांच पड़ताल के साथ घरों को बाहर निकलेगी वही ग्रामीणों का कहना है
कि पग चिन्ह वाली मूर्ति 5 बिटिया उससे ज्यादा बड़ी भी हो सकती है बरामद हुए पघ चिन्ह हनुमान जी या काली मां के भी हो सकते हैं मामले की जानकारी जिला स्तरीय अधिकारियों को दे दी गई है ।
लगभग 10 वर्ष पूर्व भी खुदाई के दौरान ब्रह्मा जी की मूर्ति निकली थी ब्रह्मा जी की मूर्ति ग्राम पचौमी में रहने वाले मोहम्मद नूर के घर में निकली थी इससे पूर्व सन 1962 में विष्णु भगवान की विराट 17 मुख वाली 5 फीट ऊंची मूर्ति मोहम्मद सुखी के द्वारा हल चलाते वक्त उनके हल से टकराई थी
जिसकी ग्रामीणों ने मंदिर में स्थापना करवा दी। ग्रामीणों का कहना है कि उक्त गांव में खुदाई करने के दौरान मूर्तियों के अलावा खजाना आदि कई बार प्राप्त हो चुका है ग्रामीणों के अनुसार पचोमी गांव का पूर्व नाम पंचामगढ़ होना बताया जा रहा है, इस गांव में भगवान भोलेनाथ का प्राचीन शिव मंदिर स्थापित है ,
गांव की जमीन में खजाना होने के साथ-साथ पौराणिक मूर्तियां भी दबी होने का दावा किया जा रहा है, खजाना हासिल करने की फिराक में खनन माफिया जेसीबी लेकर घूमते रहते हैं ।ग्रामीणों की जानकारी के अनुसार एक गांव पुरातत्व विभाग के अंतर्गत स्थित है।
पचौनी ग्राम में एक ऊंचा खेड़ा स्थित है किस खेडेः पर रहने वाला कोई भी परिवार आज तक कुछ नहीं रह सका ग्रामीणों का कहना है कि इस खेड़े पर रहने वाले परिवारों के साथ कुछ ना कुछ घटनाएं घटित होती रहती हैं फिलहाल गांव पुरातत्व विभाग के अंतर्गत बताया जा रहा है जहां पुरातत्व विभाग की टीम पहुंचकर अपनी जांच पड़ताल करेगी।