पुलिस द्वारा पंजीकृत किए गए दोनों मुकद्दमा निकले फर्जी, मेरी सुरक्षा में की जा रही है घोर लापरवाही : शंखधार
मिलक। भारतीय किसान संघ रामपुर के जिला अध्यक्ष आदेश शंखधार ने प्रेस वार्ता कर थाना मिलक पुलिस पर विरोधियों से मिले होने का बड़ा आरोप लगाया है। जिला अध्यक्ष आदेश शंखधार ने बताया कि वह हमेशा किसानों के हित की बात करते हैं तथा अन्याय के खिलाफ़ आवाज़ उठाते हैं
जिस कारण क्षेत्र के कुछ भूमाफिया, सूदखोर, दलाल, गुंडे और प्रॉपर्टी डीलर जान के दुश्मन बन गए हैं। माह सितंबर 2022 में एक गरीब किसान की ज़मीन का बैनामा एक दबंग व्यक्ति के द्वारा अपने नाम में करा लिया गया था।
जिसको वापस कराने का कार्य हमारे द्वारा किया गया था। इसी बात को बुरा मानकर तत्कालीन उपनिबंधक मोहम्मद वसीम ने अपनी एक महिला मित्र से फ़ोन पर जान से मारने की धमकी दिलाई थी।
जिसके सम्बन्ध में थाना मिलक में एक मुकद्दमा पंजीकृत हुआ तथा एक सुरक्षा कर्मी को मेरी सुरक्षा हेतु नियुक्त किया गया। और मुझे 09 जून 23 को पुनः जान से मारने धमकी मिली जिसके बाद 26 जून 23 से मेरी सुरक्षा में दो सुरक्षा कर्मी नियुक्त कर दिए गए। यह बात विरोधियों को बुरी लगी
उन्होंने तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक मिलक से मिलकर मेरे खिलाफ़ 23 अगस्त 23 को मुकद्दमा अपराध संख्या 207/23 धारा 385 रंगदारी मांगने के सम्बन्ध पंजीकृत कराया जिससे मैं नहीं डरा तो उन्होंने 07 सितंबर 23 को एक महिला से
मुकद्दमा अपराध संख्या 239/23 धारा 452, 354ख, 504 एवं 506 छेड़खानी, विरोध करने पर गाली गलौज व मारपीट एवं धमकी देने के सम्बन्ध में पंजीकृत कराया और मेरी सुरक्षा में तैनात दोनों सुरक्षा कर्मियों को हटवा दिया गया।
वास्तव में जब मुकद्दमा पंजीकृत कराने वाले व्यक्तियों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस अधीक्षक रामपुर को अपना शपथ पत्र देकर स्पष्ट तौर पर कहा कि आदेश शंखधार से हमारा किसी भी प्रकार का कोई विवाद या झगड़ा फसाद नहीं है। मुकद्दमा में उनका नाम कैसे
आया यह उनको पता नहीं है। दोनों ही मुकद्दमा में अंतिम रिपोर्ट लगाई जा चुकी है इससे स्पष्ट हो जाता है कि थाना मिलक पुलिस द्वारा विरोधियों से मिलीभगत करके षड्यंत्र रचा और मेरी सुरक्षा को हटाया गया है। क्योंकि विरोधियों का मक़सद ही सुरक्षा हटवाना था और
वह उसमें कामयाब भी रहे हैं क्योंकि वह मुझ पर हमला करना चाहते हैं। जबकि इस सम्बन्ध में जिला सुरक्षा समिति रामपुर द्वारा कुल बिन्दुओं पर चर्चा करके उच्च स्तरीय समिति को निर्णय लेने हेतु मंडलीय सुरक्षा समिति मुरादाबाद को सुरक्षा प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है और मंडलीय सुरक्षा समिति द्वारा भी सुरक्षा प्रस्ताव को अग्रिम कार्यवाही हेतु
उत्तर प्रदेश शासन को भेज दिया गया है जो कि विचाराधीन है। लेकिन उसके बाद भी पुलिस द्वारा मुझे सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। आज यह बिल्कुल स्पष्ट करना चाहता हूं कि अगर मेरे साथ किसी भी प्रकार की घटना घटित होती है
तो उसकी सभी ज़िम्मेदारी मिलक पुलिस की होगी। क्योंकि पुलिस के कुछ ज़िम्मेदार अधिकारी, दलालों व माफियाओं से मिले हुए हैं वह आए दिन उनके प्रतिष्ठानों पर जाकर बैठते हैं जो कि मुझे अपने