ये अस्पताल नहीं मौत के घर- बोर्ड पर लिखे एमबीबीएस, एमडी के नाम पर झोलाछाप कर रहे इलाज- आखिर कब -कार्रवाई करेगा स्वास्थ्य विभाग

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ये अस्पताल नहीं मौत के घर- बोर्ड पर लिखे एमबीबीएस, एमडी के नाम पर झोलाछाप कर रहे इलाज- आखिर कब -कार्रवाई करेगा स्वास्थ्य विभाग

Monday, January 20, 2025 | January 20, 2025 Last Updated 2025-01-20T12:11:06Z
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ये अस्पताल नहीं मौत के घर- बोर्ड पर लिखे एमबीबीएस, एमडी के नाम पर झोलाछाप कर रहे इलाज- आखिर कब -कार्रवाई करेगा स्वास्थ्य विभाग
बदायूं 20 जनवरी।

बदांयू में मरीजों के इलाज के नाम पर जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। बोर्ड पर डॉक्टरों के नाम तो दर्ज हैं, लेकिन उनका उपचार झोलाछाप कर रहे हैं।
बदांयू सहित पूरे जनपद में इलाज के नाम पर मरीजों की जान से खिलवाड़ हो रहा है। पिछले दिनों एक महिला की मौत के बाद उझानी में एक नर्सिंग होम को सील करने के बाद स्वास्थ्य विभाग आंखें बंद कर फिर शांत हो गया। 

पूरे जिले में उझानी, सहसवान,बिसोली, दातागंज, बिनावर, बिल्सी में अवैध अस्पताल-क्लीनिक और पैथोलॉजी लैब की लाईन लगी है। जहां डॉक्टर के बिना ही मरीजों का इलाज हो रहा था। बोर्ड पर डॉक्टरों के नाम दर्ज थे। इनमें से कई अस्पतालों को झोलाछाप ही चला रहे थे।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बीते माह में तकरीबन 20 अस्पतालों पर छापे मारे। इनमें से ज्यादातर अस्पताल-पैथोलॉजी लैब में तो डॉक्टर ही नहीं मिले थे। जबकि बोर्ड पर डॉक्टरों के नाम लिखे थे। टीम के छापे में वार्ड में प्रसूताएं, ऑपरेशन करवाने वाले मरीज और कई बीमारियों के मरीज भर्ती थे। यही हाल पैथोलॉजी लैब का रहा। यहां भी झोलाछाप ही खून की जांच करते पाए गए। 

इनके पास चिकित्सकीय डिग्री भी नहीं थी। मरीजों को भी इसकी जानकारी नहीं थी। इन अस्पतालों पर विभाग ने कोई कार्रवाई भी नहीं की है। पिछले दिनों उझानी, दातागंज, बिनावर में जरूर स्वास्थ्य 

विभाग ने इन अवैध हास्पीटल पर कार्रवाई की।
बताते हैं कि हाल ही में एक हाॅस्पीटल में बोर्ड पर 6 डॉक्टरों के नाम लिखे थे। यहां दो मरीज भर्ती थे लेकिन डॉक्टर-पैरामेडिकल स्टाफ नहीं था।
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