बगरैन की जामा मस्जिद में शांति पूर्वक अदा कराई अलविदा की नमाज
बगरैन ::कस्बे की जामा मस्जिद में आज
शुक्रवार को अलविदा जुमा की नमाज मुकम्मल इंतजाम और पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच अदा कराई गई। एक दिन पहले ही मस्जिदों की साफ-सफाई करीब पूरी कर ली गई। दरी, चटाई व पानी की समुचित व्यवस्था की गई।
दोपहर 12:30 बजे से 2 बजे तक मस्जिद में जुमा की नमाज अदा की गई। मस्जिद में तकरीर और अलविदाई खुत्बा किया गया।
रमजान के महीने के आखिरी जुमा को अलविदा या जुमातुल विदा कहा जाता है। यूं तो इस माह के हर दिन की अहमियत है, लेकिन जुमा को और दिनों का सरदार कहा जाता है, इसलिए इसकी अहमियत और बढ़ जाती है।
इसे छोटी ईद या हफ्ते की ईद भी कहा जाता है। रमजान के आखिरी जुमा की नमाज से रमजान के समापन का संदेश मिलता है। रहमत भरा महीना जाने के गम में अलविदा-अलविदा माह-ए-रमजान अलविदा कहा जाता हैं। ईद के आने की खुशी जहां लोगों में होती है, वहीं इस रहमत भरे महीने के जाने का गम भी होता है।
अलविदा के माने रुखसत करना हे। कुरआन-ए-पाक में अल्लाह तआला फरमाता है कि रोजों की गिनती पूरी करो और अल्लाह की खिदमत करो कि उसने तुम्हें हिदायत फरमाई।अलविदा की नमाज सकुशल सम्पन्न हुई।