सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मिलक में बड़ी धूमधाम से मनाया गया चिकित्सा दिवस

Notification

×

All labels

All Category

All labels

सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मिलक में बड़ी धूमधाम से मनाया गया चिकित्सा दिवस

Tuesday, July 1, 2025 | July 01, 2025 Last Updated 2025-07-01T13:32:04Z
    Share
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मिलक में बड़ी धूमधाम से मनाया गया चिकित्सा दिवस
रामपुर। आज दिनांक 1 जुलाई 2025 दिन मंगलवार को मिलक नगर के प्रतिष्ठित विद्यालय सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में वंदना सत्र में राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया, जिसका शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमान आनंद पाल सिंह जी, मिलक नगर की प्रतिष्ठित डॉक्टर रजनीश गर्ग जी, डॉक्टर निलेश रस्तोगी जी एवं अन्य गणमान्य लोगों के साथ मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित एवं पुष्पार्जन किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्रीमान नरेश चंद्र जी ने बताया कि 1 जुलाई 1882 में जन्मे पश्चिम बंगाल के डॉक्टर बिधान चंद्र राय एक प्रतिष्ठित चिकित्सक थे और चिकित्सा के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस घोषित किया। उसी समय से 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस मनाया जाता है। 

डॉक्टर निलेश रस्तोगी जी ने कहा कि चाहे कोई स्त्री या पुरुष हो उसे स्वस्थ रहना चाहिए। स्वास्थ्य के चार स्तंभ हैं शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक। हमारा किसके साथ कैसा व्यवहार है यह हमारे आचरण पर निर्भर करता है। जिसका शरीर स्वस्थ है उसे परमात्मा को धन्यवाद देना चाहिए। मैं विद्या मंदिर योजना को धन्यवाद देता हूं 

जहां शरीर मानसिक सामाजिक और आध्यात्मिक शिक्षा छात्र-छात्राओं को दी जाती है। इस प्रकार की शिक्षा के माध्यम से छात्र-छात्राओं को सामाजिक व धार्मिक बनाया जाता है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमान आनंदपाल सिंह जी ने कहा

 कि विद्या भारती योजना के अंतर्गत पहला शिशु मंदिर गोरखपुर में सन 1952 में खोला गया। अब तक विद्या मंदिर के पोर्टल पर लगभग 10 लाख 40 हजार पूर्व छात्र जुड़ चुके हैं।

 आज बड़े ही हर्ष की बात है कि अपने मध्य में मिलक नगर के सुपरिचित डॉक्टर रजनीश गर्ग जी तथा डॉक्टर निलेश रस्तोगी जी भी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मिलक के ही पूर्व छात्र हैं।

 मैं चिकित्सक दिवस के अवसर पर आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं और धन्यवाद देता हूं। कार्यक्रम का संचालन आचार्य श्रीमान शुभम सक्सेना जी ने किया।
CLOSE ADS
CLOSE ADS
close