जिला अधिकारी के आदेशों पर उर्वरक के प्रत्येक बोर पर रखी जा रही है नजर ।
प्रमुख सचिव कृषि के निर्देश पर जिलाधिकारी ने जनपदस्तरीय अधिकारियों की ब्लॉक बार उर्वरक विक्रेताओं के यहां नोडल अधिकारी के रूप में ड्यूटी लगाई गई है जिससे ओवर रेट , टैगिंग न हो और जनपद के सभी कृषकों को सुगमता पूर्वक उर्वरक उपलब्ध कराया जा सके।ब्लॉक-बनिया खेड़ा- जिला कृषि अधिकारी ।
ब्लॉक- संभल उप कृषि निदेशक
ब्लॉक- बहजोई जिला कृषि रक्षा अधिकारी
ब्लॉक- पवंसा- ए आर को ऑपरेटिव
ब्लॉक- गुन्नौर- अपर जिला कृषि अधिकारी
ब्लॉक- जुनावई मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी
ब्लॉक- राजपुरा जिला गन्ना अधिकारी ब्लॉक - असमोली जिला प्रबन्धक पी सी एफ
उपरोक्त नोडल अधिकारियों के साथ लेखपालों की भी ड्यूटी लगायी गई है जिनकी प्रत्येक दिन डी . पी. एम. यू. के द्वारा भी समीक्षा की जा रही है ।
इसी क्रम में जिला कृषि अधिकारी एवं अपर जिला कृषि अधिकारी के द्वारा जनपद में उर्वरक विक्रेताओं के यहां जाकर अपनी उपस्थिति में निर्धारित मूल्य पर यूरिया का वितरण कराया गया।
उप कृषि निदेशक सम्भल के द्वारा बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति लिo बी पैक्स शरीफपुर पर औचक निरीक्षण किया गया जिसमें स्टॉक / विक्रय रजिस्टर से पोस मशीन का मिलान वास्तिविक नहीं पाया गया उप कृषि निदेशक सम्भल की निरीक्षण आख्या के आधार पर जिला कृषि अधिकारी ने उक्त संस्था की जांच प्रारंभ कर उनकी विक्री प्रतिबंधित कर दी गई है
मै0सिरसी सादिक सारी एस0 एस 0एस . सहकारी समिति सम्भल ने 35 बैग यूरिया कृषक को दिया ।विक्रेता से जब जवाब मांगा गया तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नही दिया जिसको लेकर जिला कृषि अधिकारी ने उक्त संस्था की बिक्री प्रतिबंधित कर पुनः समिति को पक्ष रखने का अवसर दिया है
विक्रेताओं से बार बार कहा जा रहा है कि उर्वरक , कृषक के जोत और फसल के वैज्ञानिक संतुति के आधार पर ही दे । विक्रय का सम्पूर्ण लेखा जोखा रखे , स्टॉक रजिस्टर और भौतिक खाद का मिलान कर के रखें ।जनपद में यूरिया 21293 मेट्रिक टन, एन. पी. के. 9790 मेट्रिक टन, डी. ए.
पी. 3141 मीट्रिक टन , कुल 36661 मेट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध है ।अप्रैल 2025 से अब तक जनपद में लगभग यूरिया 50000 मेट्रिक टन डी.ए.पी. 5000 मेट्रिक टन बेचा जा चुका है । जो फसल उत्पाद और मृदा के लिये हानिकारक है ।