आयुर्वेद का अधूरा ज्ञान जान को जोखिम में डाल सकता है डॉ रजत पाराशरी
संपादक राहुल शर्मा की रिपोर्ट बदायूं
मैं सभी क्षेत्र वासियों को सूचित करना चाहता हूं,कि बाजार मे आयुर्वेदिक दवाईयो के मीडिया(विज्ञापन, facebook, Youtube, Instagram आदि)के द्वारा आधा अधूरा, गलत सुझाव दिया जा रहा है जो कि बहुत ही हानिकारक हैं, यह आयुर्वेद को बदनाम करने की बहुत ही बड़ी कोशिश की जा रही है, और आयुर्वेद बदनाम भी हो रहा है।
लोग बोलते हैं कि आयुर्वेद से नुकसान नहीं होता तो में उनको बताना चाहूंगा कि एक बार मछली के साथ दूध पी कर देखे?
या देशी घी के साथ सम मात्रा में शहद खा कर देखे?
ऐसे मेरे पास बहुत उदाहरण है।
लेकिन मैं इतना ही बोलना चाहता हूं कि आयुर्वेदिक औषधि बिना किसी भी डॉ/ वैध के बिना सलाह के न ले।
और किसी भी विज्ञापन पर भरोसा जल्द ही न करें जब तक कोई BAMS डॉ न कहे।
Dr Rajat Parashari(BAMS)