राम राम कह बारम्बारा,सुदर्शन चक्र है रखबाला : शिवानंद महाराज
श्रीमदभागवत कथा के तीसरे दिन हिर्णयाकश्यप और उत्तान पात की कथाओं का किया गया वर्णन
संवाददाता विनय अग्रवाल की रिपोर्ट फतेहगंज पूर्वी
फतेहगंज पूर्वी - जीवन जीने की कला के साथ ही माता पिता और गुरुओं का सम्मान करने की सीख हमें कथा से मिलती है।महामंडलेश्वर शिवानंद माहराज ने श्रीमदभागवत कथा बाचन के दौरान व्यास पीठ से कही।
नगर में बीते मंगलवार से चल रही श्रीमद्भागवत कथा में तृतीय दिवस हिर्णयाकश्यप और उत्तानपाद की कथाओ का वर्णन किया गया।कथा व्यास महामंडलेश्वर संजय मिश्रा उर्फ़ शिवानंद महाराज ने बताया कि राम-राम कह बारंबारा,सुदर्शन चक्र है रखवाला...जब हम राम नाम का जाप करेंगे,
तो भगवान कृष्ण का सुदर्शन चक्र हमेशा हमारी सहायता के लिए मौजूद रहेगा।शुक्रवार को कृष्ण जन्म का वर्णन किया जाएगा।कथा व्यास शिवानंद महाराज ने बताया कि भगवान को भक्ति रस मे बांधने के लिए प्रेम और भक्ति की आवश्यकता होती है।जब हम प्रेम और भक्ति से भगवान को बांध लेते हैं,
तो भगवान हमारी सभी कामनाओं को पूर्ण करता है।गाय की सेवा करना सनातानियों का परम धर्म है।प्रत्येक सनातनी को घर मे गाय का पालन करना चाहिए।गाय मे 24 करोड़ देवी देवताओं का निवास होता है।गाय की सेवा से ही मोक्ष की प्राप्ति सम्भव है।
भागवत कथा में उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य पुष्पा पांडे,विथरी चैनपुर के पूर्व विधायक राजेश मिश्रा उर्फ़ पप्पू भरतौल,आयोजक मनदीप मिश्रा,शिवओम मिश्रा,ईशचन्द्र मिश्रा,रामाधार गुप्ता,रवि मिश्रा,वीरेश मिश्रा,मयंक त्रिवेदी,यशपाल सिंह आदि मौजूद रहे।