पीलीभीत बाईपास पर हुई गैंगवार में खुलने लगी परतें।।

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पीलीभीत बाईपास पर हुई गैंगवार में खुलने लगी परतें।।

Friday, June 28, 2024 | June 28, 2024 Last Updated 2024-06-29T05:35:21Z
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,,,बरेली गोलीकांड,,,

।।पीलीभीत बाईपास पर हुई गैंगवार में खुलने लगी परतें।। 

 शूटरो को बुलाने के लिए राणा ने दिए थे 10 लाख रुपए,,

मुख्य अभियुक्त राणा ने जेसीबी को मगांने के लिए कई बार किया था फोन,,

नेशनल 24 लाइव न्यूज़ जनपद बरेली राजीव कुमार गुप्ता की रिपोर्ट

पिछले दिनों हुई पीलीभीत बाईपास पर गोली कांड की परतें आप उधारनी शुरू हो गई है।
 पुलिस की जांच में पता चला है कि मुख्य आयुक्त राजीव राणा का भाई संजय राणा इस पूरे घटनाक्रम में सूत्रधार रहा।
 संजय राणा ने अपने भाई के गुंडो से गोलीबारी करने के लिए हिस्ट्रीशीटर केपी यादव को ₹1000000 एडवांस में दिए थे जबकि यह सौदा 30 लख रुपए में हुआ था ।पर्दे के पीछे रहकर पूरे खेल को अंजाम देने के लिए राजीव राणा ने घटना वाले दिन जेसीबी के लिए


एक दो नहीं 17 बार फोन किया ऐसी डिटेल राजीव राणा की फोन डिटेल से मिली है ,जिस समय गोली कांड हुआ संजय राणा विवादित प्लाट से सिर्फ 300 मीटर की दूरी पर मौजूद था। ऐसी लोकेशन उसकी फोन से प्राप्त हुई पुलिस के मुताबिक राजीव राणा ने अपने भाई संजय राणा को खुली छूट दे दी थी कि उसे हर हाल में इस प्लांट पर कब्जा चाहिए ही चाहिए।

इसी के बाद संजय राणा फ्रंट पर आ गया उसने पूरी तैयारी शुरू कर गुरगो एवं शूटरों को बुलाने के लिए हिस्ट्रीशीटर केपी यादव से 30 लख रुपए में सौदा तय किया उसे तीन बार में 10 लख रुपए देने की बात हुई ।इसी बत़तौर 10 लख रुपए के पी यादव को एडवांस के रूप में दिए गए

 इसके बाद केपी यादव 3 दिन तक संजय राणा से मुलाकात करता रहा ।21 जून की रात रिठौरा में शराब की पार्टी करने के बाद किराए के गुंडो को सी के बैली और सिटी स्टार होटल में रोका गया। अगले दिन सुबह 6:00 ही में पीलीभीत बाईपास पर स्थित प्लाट पर पहुंच गए, लेकिन जेसीबी ना आ पाने की वजह से प्लाट पर कब्जा शुरू नहीं हो सका ।
राजीव राणा को जब यह बात पता चली कि अभी तक जेसीबी नहीं आई है ।तो उसने जेसीबी मालिक को लगातार 17 बार फोन किया जेसीबी करीब सुबह 6:15 पर पहुंची इसके बाद सबसे पहले संजय राणा ने यहां अपना बोर्ड लगाकर कुछ सामान रखवा दिया ।

उसके बात जेसीबी के द्वारा तोड़फोड़ शुरू कर दी गई। जब दूसरे पक्ष ने इस बात का विरोध किया, तो संजय राणा ने तुरंत अपने गुंडो से गोली चलाने का आदेश कर दिया। इसके बाद पूरा इलाका गोलियों की तडतडाहट से गुजरने लगा आसपास दहशत फैल गई

,,रोड पर आवाजाई तुरंत बंद हो गई। काम शुरू न हो पाने के कारण राणा ने फोन पर अपने भाई संजय राणा को दी गलियां ।पुलिस के मुताबिक के सारी बात राजीव राणा की काल डिटेल से प्राप्त हुई है कुछ रिकॉर्डिंग भी मिली है जिनकी जांच की जा रही है ।।

उधर नवागत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने मुख्य अभियुक्त राजीव राणा को नाटकीय ढंग से हाजिर करने वालों को रडार पर ले लिया है और उन सब की जांच शुरू कर दी है।।
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