संभल में चालीस हजार
आबादी को चार घंटे नहीं मिली बिजली ।
संभल। मुख्य बिजलीघर में लगे ट्रांसफार्मर की सीटी ( विद्युत उपकरण ) फटने से शहर के 7500 उपभोक्ताओं को करीब चार घंटे बिजली आपूर्ति नहीं मिल सकी। गर्मी से लोग बेहाल हो गए। आपूर्ति बाधित होने के चलते करीब 30 हजार की आबादी प्रभावित हुई।
शिकायतें बिजलीघर से लेकर एमडी कार्यालय मेरठ तक दर्ज कराई गईं। शिकायतकर्ताओं को ओवरलोड के चलते फाॅल्ट होने की जानकारी दी गई। शाम के समय पानी भरने के लिए भी लोगों को इंतजार करना पड़ा।
लोगों का कहना है कि शेड्यूल के मुताबिक बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही है। हर दिन चार से पांच घंटे की बिजली अघोषित बिजली कटौती होती है।
मंगलवार की दोपहर करीब चार बजे बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी। जब करीब एक घंटे बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं हुई तो लोगों ने बिजलीघर के कंट्रोल रूम में शिकायतें दर्ज करानी शुरू कर दीं।
इस दौरान जानकारी मिली कि ओवरलोड के चलते फाॅल्ट हो गया है। मोहल्ला ठेर निवासी सुमित रस्तोगी ने बताया कि उन्होंने एमडी कार्यालय मेरठ में शिकायत दर्ज कराई थी।
जहां से जानकारी मिली कि ओवरलोड के चलते फॉल्ट हो गया है। नीरज कुमार ने बताया कि हर दिन बिजली कटौती दिन में की जाती है। भीषण गर्मी के चलते लोग परेशान हैं।
बिजलीघर की सीटी ओवरलोड के चलते फट गई थी। उसकी मरम्मत कराने के दौरान आपूर्ति बाधित रही। इसलिए उपभोक्ताओं को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा है। हालांकि देर शाम तक आपूर्ति सुचारू करा दी गई है।
संतोष त्रिपाठी, एसडीओ शहर, संभल।
देहात क्षेत्र में बिजली संकट, किसान फसलों की सिंचाई करने के लिए परेशान
संभल। देहात क्षेत्र में बिजली का संकट इन दिनों बना हुआ है। धान की फसल बड़े रकबे में लगी है। बारिश न होने के चलते अब फसल को सिंचाई की जरूरत है। बिजली कटौती 10 से 12 घंटे की जा रही है।
शेड्यूल के मुताबिक 18 घंटे बिजली आपूर्ति देहात क्षेत्र को मिलनी चाहिए लेकिन इन दिनों किसानों का दावा है कि चार से पांच घंटे ही आपूर्ति मिल रही है। गांव दिलगौरा के किसान जयपाल यादव ने बताया कि फसल सूख रही है।
चार-पांच घंटे भी बिजली आपूर्ति नहीं मिल रही। गांव बबनपुरी के किसान शीशपाल ने बताया कि कैलादेवी बिजलीघर पर किसानों के लिए कृषिस फीडर बनाया गया है। इसके बाद भी आपूर्ति नहीं मिल रही।
गांव अलिया कल्यानपुर निवासी किसान निक्सम चौधरी ने बताया कि बिजली शेड्यूल के मुताबिक बिजली नहीं मिल रही है। गांव अकबरपुर गहरा निवासी किसान विजय विक्रम ने बताया कि आपूर्ति कम मिल रही है उसमें भी ट्रिपिंग की समस्या है।
क्षमता बढ़ाई लेकिन ओवरलोड कम नहीं हो सका
जिले में विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है। इसके चलते आठ उपकेंद्रों में क्षमता बढ़ाई गई है। 700 ट्रांसफार्मर बदले गए हैं। इसके बाद भी विभाग ओवरलोड कम नहीं कर सका है।
ओवरलेाड का खामियाजा उपभोक्ता उठा रहे हैं। ऐसे में समस्या किसानों के साथ सबसे ज्यादा है। सिंचाई के लिए आपूर्ति नहीं मिल पा रही है। लाइनलॉस ओवरलोड का बड़ा कारण है।