संविधान दिवस के अवसर पर संगोष्ठी और रंगोली कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।
बहजोई महाविद्यालय में संविधान दिवस के अवसर पर संगोष्ठी और रंगोली कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय संविधान के महत्व और इसकी रक्षा के प्रति नई पीढ़ी को जागरूक करना था | कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र कुमार गुप्ता ने संविधान की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए की।
उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं समस्त स्टाफ को संविधान की उद्देशिका की शपथ दिलाई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनीतिक विज्ञान के सहायक आचार्य नेमपाल सिंह यादव ने संविधान निर्माण की प्रक्रिया पर विस्तार से प्रकाश डाला, इसी क्रम में वाणिज्य विभाग के सहायक आचार्य गौरव वार्ष्णेय ने जानकारी दी
कि मूल भारतीय संविधान को केंद्रीय पुस्तकालय दिल्ली में हीलियम गैस में सुरक्षित रखा गया है। अंग्रेजी विभाग के सहायक आचार्य श्रीनिवास सिंह यादव ने संविधान दिवस की शुरुआत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हुए बताया कि इसकी शुरुआत 2015 में हुई थी।
गृह विज्ञान की सहायक आचार्य तृप्ति आर्य ने संविधान को देश को चलाने वाले महत्वपूर्ण नियमों और कानूनों की पुस्तक के रूप में वर्णित किया। समाजशास्त्र के सहायक आचार्य संजय कुमार ने भारत के संविधान की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और इसके कार्यान्वयन के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में छात्राओं ने भी सक्रिय भागीदारी की। बीए प्रथम सेमेस्टर की छात्रा रजनी और नंदिनी ने संविधान की प्रमुख विशेषताओं
और उद्देशिका पर अपने विचार प्रस्तुत किए। छात्रा अर्चना ने संविधान की प्रस्तावना पर प्रकाश डाला। इसके अलावा, रंगोली प्रतियोगिता में एमए प्रथम सेमेस्टर की छात्रा अंबिका मौर्य, मेघा राघव, और बीए प्रथम सेमेस्टर की छात्रा आशा सहित अन्य प्रतिभागियों ने संविधान से संबंधित रंगोली बनाकर अपनी कला का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन राजनीति विज्ञान के सहायक आचार्य नेमपाल सिंह
यादव ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ के संजय कुमार, गौरव वार्ष्णेय, दीप्ति रानी, तृप्ति आर्य, पूजा शर्मा, प्रीती शर्मा, श्रीनिवास सिंह यादव, सलोनी रस्तोगी, डॉ. गीता, डॉ. बलवीर, गीता रानी, नेमपाल सिंह यादव, रामतीरथ, भगवान सिंह चौहान, भुवनेश कुमार, और राजीव कुमार शामिल थे |