तेंदुए ने गाय का किया शिकार, ग्रामीणों में दहशत का माहौल
बदायूं गुलड़िया:-थाना मूसाझाग क्षेत्र के अंतर्गत कस्बा गुलड़िया के फरीदापुर के जंगल में मंगलवार रात तेंदुए ने हमला कर एक गाय को मार डाला। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने ऐसी किसी घटना से इन्कार किया है, लेकिन गांव के लोगों से सतर्क रहने वह खेतों पर संगठित होकर जाने के लिए कहा है।
क्षेत्र में पहली बार तेंदुआ 22 नवंबर को गन्ने के खेत में देखा गया लेकिन वन विभाग की टीम तेंदुआ मानने को तैयार नहीं हुई। एक माह में करीब दस बार तेंदुआ देखने की बात ग्रामीणों ने वन विभाग से कही लेकिन हर बार जंगली जानवर होने की बात कह कर वन विभाग मामले को टल गया।
इसी क्रम में मंगलवार की रात को तेंदुए ने गाय को मार डाला। ग्रामीणों को जब इसकी भनक लगी तो दहशत फैल गई। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। एक बार फिर तेंदुआ होने की बात को नकार दिया। सबसे पहले चंद्रभान को दिखा था तेंदुआ 22 नवंबर को वार्ड संख्या सात निवासी चंद्रभान सिंह रात में फसल की रखवाली करने गए थे।
रात करीब डेढ़ बजे वह अपने ट्यूबवेल पर थे। तभी उन्होंने गन्ने के खेत की ओर टॉर्च की रोशन डाली तो वहां तेंदुआ दिखाई दिया। इसके बाद वह भागकर पास में खड़े पेड़ पर चढ़ गए। काफी देर बाद तेंदुआ दोबारा गन्ने के खेत से निकला और गड्ढों से होता हुआ झील की तरफ भाग गया ग्रामीणों ने कहा कभी भी हो सकती है
बड़ी घटना एक माह से लगातार वन विभाग की टीम को तेंदुआ होने की सूचना दी जा रही है, लेकिन विभागीय टीम केवल हिदायत देकर चली जाती है। लापरवाही से कभी भी बड़ी घटना हो सकती है। प्रताप सिंह, गुलड़िया मंगलवार रात को तेंदुए ने गाय को मार डाला। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने एक बार फिर तेंदुए के हमले से इन्कार कर दिया।
वन विभाग लगातार ग्रामीणों को गुमराह कर रहा है। हरवेश यादव, गुलड़िया तेंदुआ होने से इन्कार नहीं कर रहे लेकिन जब तक वह विभागीय टीम को दिख न जाए तब तक पुष्टि कैसे कर सकते हैं। गाय को किस जानवर ने मारा है इसकी जांच चल रही है। फिलहाल गांव के लोगों को अकेले खेतों पर न जाने की हिदायत दी गई है।