अयोध्या। मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार की घोषणा होते ही अब राजनीतिक रंग गाढ़ा हो चला है। गली मोहल्लों से लेकर पूरे प्रदेश में इस उप चुनाव की चर्चा तेज हो गई। भाजपा ने मिल्कीपुर के रण में सात मोर्चों का चुनावी चक्रव्यूह रचा है। इस चक्रव्यूह को भेदना विपक्ष के लिए कठिन होगा।
भाजपा का संगठनात्मक चक्रव्यूह ऐसा कि मंत्री, विधायक से लेकर मंडल अध्यक्ष व पन्ना प्रमुख तक चुनावी रणनीति का हिस्सा हैं। इसी रणनीति के तहत भाजपा ने मिल्कीपुर में विजय के लिए अपने सात मोर्चा संगठनों के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है।
युवा मोर्चा जहां युवाओं के बीच संवाद स्थापित कर सुनहरे भविष्य के सपने दिखा रहा है, वहीं महिला मोर्चा महिलाओं को सरकार की योजनाएं गिना रहा है। किसानों को साधने के लिए किसान मोर्चा के पदाधिकारी खेत खलिहानों तक पहुंच रहे हैं और अनुसूचित मोर्चा एससी बस्तियों में अपनी पैठ बनाने में जुटा है।
भाजपा ने चुनाव संचालन समिति में सातों मोर्चाें के अभियान को गति देने की कमान भाजयुमो प्रदेश महामंत्री हर्षवर्धन सिंह को सौंपी है।
मिल्कीपुर उप चुनाव में भाजपा ने पहले मोर्चे पर युवा मोर्चा को लगाया है। यूथ से बूथ जीतने की रणनीति के तहत एक बूथ दस यूथ का नारा दिया है। रणनीतिकारों ने "एक बूथ, दस यूथ "
अभियान के तहत हर बूथ पर 10 युवाओं को तैनात किया है। भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष आशीष शर्मा बताते हैं कि युवा मोर्चा के लगभग 500 कार्यकर्ताओं की टीम तैयार की गई है। बूथ से लेकर शक्ति केंद्रों तक कार्य का विभाजन किया जा चुका है। अभी शक्ति केंद्र वार बैठकें की जा रही है। 18 जनवरी से घर-घर संपर्क अभियान भाजयुमो शुरू करेगा।
भाजपा महिला मोर्चा भी चुनावी समर में उतर चुका है। महिला मोर्चा की कार्यकर्ता महिलाओं के समूह को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं बताने के साथ भाजपा के लिए समर्थन जुटा रही हैं। महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष सरोज मिश्रा ने बताया कि उप चुनाव में लगभग 80 महिला कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है। 61 शक्ति केंद्रों पर 61 महिला कार्यकर्ताओं को प्रभारी बनाया गया है।
पांच मंडलों में पांच महिलाएं जनसंपर्क प्रमुख बनाई गई हैं।
मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक मतदाता अनुसूचित जाति के हैं। ऐसे में भाजपा के अनुसूचित मोर्चा के जिलाध्यक्ष किशोरीलाल भारती लगातार मिल्कीपुर में कैंप कर रहे हैं। मोर्चे के 50 पदाधिकारी यहां पर डेरा डाले हैं। अनुसूचित बस्तियों में चौपालें सज रही हैं। मोर्चा उन एससी बाहुल्य बूथों को अधिक जोर दे रहा है, जहां पर पिछले लोकसभा व विधानसभा चुनाव में भाजपा को कम मत मिले हैं।
भाजपा का अल्पसंख्यक मोर्चा मुस्लिम बाहुल्य बूथों पर मुस्लिम मतदाताओं पर डोरे डाल रहा है। खुद जिलाध्यक्ष निजामुद्दीन खां लगातार बैठकें कर रहे हैं। वह बताते हैं कि राशन, आवास व कृषि सम्मान निधि सहित योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क साधकर पार्टी के लिए समर्थन मांगा जा रहा है।
भाजपा के सात मोर्चे
1. युवा मोर्चा
2. महिला मोर्चा
3. ओबीसी मोर्चा
4. अनुसूचित मोर्चा
5. अल्पसंख्यक मोर्चा
6. किसान मोर्चा
7. अनुसूचित जनजाति मोर्चा