राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन का सफल आयोजन
बहजोई महाविद्यालय, बहजोई की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन का सफल आयोजन जन कल्याण योग आश्रम बहजोई देहात हंस नगर जनपद सम्भल में किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य स्वास्थ्य एवं स्वच्छता में युवाओं की भूमिका रही।
स्वयंसेवियों ने राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य गीत गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। मदर टेरेसा टोली की स्वयंसेविका प्रीति और नीरा ने सुंदर रंगोली बनाई। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में श्रमदान के तहत स्वयंसेवियों ने आश्रम की साफ सफाई करके स्वच्छता के लिए संदेश दिया।
इसके बाद गोष्ठी आयोजित की गई जिसमें मीरा बाई टोली की अनीता, पूजा तथा रानी लक्ष्मी बाई टोली की महिमा और प्रेरणा ने स्वच्छता और स्वास्थ्य के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
द्वितीय सत्र में गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं एन के बी एम जी कॉलेज से शिक्षाशास्त्र की प्रोफेसर दीपा पाठक तथा हिन्दू कॉलेज से सेवानिवृत प्रोफेसर जे एस वर्मा, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. वीरेन्द्र कुमार गुप्ता आदि ने मां सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की।
मदर टेरेसा टोली की स्वयंसेविकाएं नीरा और प्रीती ने सरस्वती वंदना की तथा मीरा बाई टोली की स्वयंसेविका नीतू ने स्वागत गीत गाकर अतिथियों का स्वागत किया। प्रोफेसर दीपा पाठक ने स्वयंसेवियों को राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों के विषय में बताया तथा इसके साथ ही उन्होंने स्वयंसेविकाओं को बताया
कि वह इसके माध्यम से समाज में स्वच्छता संबंधी जागरूकता फैलाकर देश सेवा में अपना अभूतपूर्व योगदान दे सकते है। भूगोल की सहायक आचार्य गीता रानी ने स्वयंसेवियों को बताया कि हमें अपने घर के साथ साथ अपने आस पास के वातावरण को भी साफ सुथरा रखना चाहिए तथा इसके साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर भी हमें सफाई का ध्यान रखना चाहिए।
इसके साथ ही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजशास्त्र के सहायक प्रोफेसर संजय कुमार ने स्वयंसेविकों को स्वास्थ्य और स्वच्छता के विषय में बताया और कहा कि हमें साफ - सफाई के प्रति खुद भी जागरूक रहना चाहिए तथा इसके साथ - साथ लोगों को भी जागरूक करना चाहिए। इसके साथ ही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए
कार्यक्रम अधिकारी डॉ. गीता ने स्वयंसेवियों को स्वास्थ्य और स्वच्छता को लेकर जागरूक किया और उन्होंने बताया कि हम किस प्रकार स्वच्छता के माध्यम से स्वथ्य रह सकते है, क्योंकि स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ्य मस्तिष्क का वास होता है, अगर हम सफाई रखेंगे तो बीमारियां नही होंगी
और हम स्वस्थ्य रहेंगे, एक स्वस्थ्य व्यक्ति ही अपनी जिम्मेदारियों का भलिभांति निर्वहन कर सकता हैं। कार्यक्रम में महाविद्यालय स्टाफ के संजय कुमार, दीप्ति वार्ष्णेय, रामतीरथ, गीता रानी आदि उपस्थित रहे।