अंतर्राष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद द्वारा आयोजित भगवा त्रिशूल यात्रा
भगवा त्रिशूल यात्रा के बहजोई आगमन पर इस्लामनगर चौराहे और ग्राम भवन पर भारी संख्या में क्षेत्रवासियों के साथ भव्य स्वागत किया गया।
यह दिव्य यात्रा सनातन संस्कृति,
शक्ति और आस्था का प्रतीक है, जिसमें 12 ज्योतिर्लिंग, 4 धाम और 12 शक्तिपीठों की यात्रा के पश्चात 120 त्रिशूलों की भव्य शोभायात्रा (प्रयागराज से दिल्ली) निकाली जा रही है।
यह यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति और भगवान शिव के प्रति हमारी अटूट श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है।
त्रिशूल की महिमा केवल एक शस्त्र तक सीमित नहीं, बल्कि यह धर्म, शक्ति और न्याय का द्योतक है, जो हमें सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।