रामपुर। भारतीय किसान संघ जनपद रामपुर द्वारा किसानों एवं अभिभावकों से जुड़ी प्रमुख समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन शिक्षा विभाग के डीआईओएस को सौंपा गया। यह ज्ञापन सम कार्यालय माधव भवन में आयोजित बैठक के उपरांत दिया गया।
जिलाध्यक्ष वीरेश शर्मा ने ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया कि जनपद रामपुर के अधिकांश निजी स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को पूरी तरह लागू नहीं किया जा रहा है।
निजी विद्यालयों द्वारा अपनी मनमर्जी से कॉपी-किताबों पर अधिकतम मूल्य (प्रिंट रेट) अंकित कर विद्यार्थियों से वसूली की जा रही है। साथ ही प्रत्येक निजी स्कूल की अपनी दुकान है, जहां से ही बच्चों का कोर्स, ड्रेस, जूते-मोजे खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है, जो खुले बाजार में उपलब्ध नहीं होते।
उन्होंने मांग की कि जनपद के सभी निजी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें अनिवार्य रूप से एक समान लागू की जाएं, जिससे मजदूर और किसानों के बच्चों को शिक्षा में आगे बढ़ने का अवसर मिल सके।
इसके साथ ही किसानों की अन्य गंभीर समस्याओं को भी उठाया गया। ज्ञापन में बताया गया कि जनपद में आवारा गौवंश द्वारा किसानों की फसलें बर्बाद की जा रही हैं।
संबंधित अधिकारियों को शिकायत के बावजूद किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है, जिसके प्रमाण संगठन के पास मौजूद हैं।
इसके अलावा किसानों को इस समय यूरिया खाद की भारी आवश्यकता है, लेकिन दुकानदारों द्वारा इसका गलत लाभ उठाया जा रहा है। यूरिया खाद प्रिंट रेट से अधिक मूल्य पर बेची जा रही है और साथ में ऐसी कीटनाशक दवाएं जबरन दी जा रही हैं, जिनकी बाजार में मांग नहीं है।
संगठन ने मांग की कि जिला कृषि अधिकारी स्वयं किसान बनकर जांच कराएं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
भारतीय किसान संघ ने चेतावनी दी कि यदि इन सभी मामलों में संबंधित विभागों द्वारा शीघ्र संज्ञान नहीं लिया गया, तो संगठन अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होगा।
इस अवसर पर विभाग संगठन मंत्री रमेश जी,
जिला मंत्री राजीव चौधरी, जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र गंगवार, रामवीर जी, अरविंद कुमार, सुमित कश्यप, हुलास राय, मिंटू तिवारी, सचिन शर्मा, राम बहादुर भगत जी, अरुण श्रीवास्तव, दिलजोत बाजवा, कुलदीप गुप्ता, सोहनपाल जी, राजेंद्र जी सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।