बगरैन के सामुदायिक शौचालय पर दबंगों का कब्जा, लाखों की लागत से बनी सुविधा बनी अतिक्रमण का शिकार, जिम्मेदार मौन
अधिकारियों और ग्राम प्रधान की उदासीनता
स्वच्छता और सुविधा पर अतिक्रमण का ग्रहण
बगरैन :- कस्बा बगरैन के मुख्य चौराहे पर लाखों रुपए की लागत से निर्मित सामुदायिक शौचालय इन दिनों दबंगों और ई-रिक्शा चालकों के अवैध कब्जे के कारण अपनी उपयोगिता खोता जा रहा है। शौचालय के निर्माण के बाद आने जाने के लिए खाली छोड़ी गई जगह पर स्थानीय दबंगों ने लकड़ी के ढेर और अन्य सामान डालकर कब्जा कर लिया है, वहीं ई-रिक्शा चालकों ने इसे अवैध स्टैंड बना दिया है।
यह स्थिति तब है जब स्थानीय कर्मचारी, ग्राम प्रधान और संबंधित अधिकारी सभी इस अतिक्रमण से भली भांति परिचित हैं, फिर भी वे बेखबर बने हुए हैं।
सामुदायिक शौचालय का निर्माण कस्बे के नागरिकों और राहगीरों की सुविधा के लिए किया गया था। लेकिन दंबगई और लापरवाही के चलते यह सुविधा अब अतिक्रमण की भेंट चढ़ गई है।
कस्बावासियों में इस बात को लेकर गहरा आक्रोश है कि सरकारी सम्पत्ति पर खुलेआम अतिक्रमण हो रहा है और ग्राम प्रधान समेत स्थानीय प्रशासनिक कर्मचारी जानबूझकर अनदेखी कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है
कि अधिकारी जानते हुए भी दबंगों के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि सामुदायिक शौचालय परिसर पर किए गए अवैध कब्जे को तत्काल हटाया जाए, और दबंगों एवं अवैध रूप से कब्जा करने वाले ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।