बहजोई महाविद्यालय, बहजोई में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वाधान में तृतीय एक दिवसीय शिविर का आयोजन हुआ
बहजोई महाविद्यालय, बहजोई में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वाधान में तृतीय एक दिवसीय शिविर का आयोजन हुआ | एक दिवसीय शिविर का विषय “महिला सशक्तिकरण” था|
शिविर में “महिला सशक्तिकरण” विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया |
गोष्ठी में महाविद्यालय के प्राध्यापकों के साथ ही स्वयंसेवियों ने भी अपने विचार रखे | गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. वीरेन्द्र कुमार गुप्ता ने कहा कि एक विकसित राष्ट्र एवं समाज के लिए महिलाओं का सशक्तिकरण अत्यावश्यक है
प्राचार्य ने कहा कि महिला सशक्तिकरण का अर्थ महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है। ताकि उन्हें रोजगार, शिक्षा, आर्थिक तरक्की के बराबरी के मौके मिल सके, जिससे वह सामाजिक स्वतंत्रता और तरक्की प्राप्त कर सके। यह वह तरीका है,
जिसके द्वारा महिलाएँ भी पुरुषों की तरह अपनी हर आकंक्षाओं को पूरा कर सके। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. गीता ने कहा कि महिला सशक्तिकरण का असली अर्थ तब समझ में आयेगा जब भारत में उन्हें अच्छी शिक्षा दी जाएगी और उन्हें इस काबिल बनाया जाएगा कि वो हर क्षेत्र में स्वतंत्र होकर फैसले कर सकें
कार्यक्रम में महाविद्यालय के गौरव वार्ष्णेय, संजय कुमार, मनोज कुमार यादव, नेमपाल सिंह, रामतीरथ, डॉ. बलवीर सिंह, श्रीनिवास सिंह यादव, दीप्ति रानी, तृप्ति आर्य,
भुवनेश कुमार, और राजीव कुमार आदि के साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवी उपस्थित रहे | कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. गीता ने सभी ने किया |